पर्यावरण-संरक्षण मानव
ही नहीं, प्राणीमात्र के अस्तित्व
से जुड़ा
विषय है I समुचित पर्यावरण-संतुलन आज एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य है, महान
यज्ञ-सदृश्य है, जिसमें सभी द्वारा आहुतियां भी अपेक्षित हैं I गुरु-पूर्णिमा के अवसर
पर महान गुरुओं –तीर्थंकर महावीर, शाक्यमुनि गौतम बुद्ध, आदि शंकराचार्य एवं श्री गुरु
नानक देव का स्मरण करते हुए आज इस सम्बन्ध में दृढ़ संकल्प की भी आवश्यकता है I
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